अटल जी की कविताएं जो आपकी जिंदगी बदल देगी
दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसे आदमी के बारे में बताने जा रहा हूँ. जिन्होंने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी, वो आखरी दम तक लड़ते रहे, हमारे देश की बुराइयों से.. वो महान इंसान हैं अटल जी.
दोस्तों अटल जी के द्वारा कही गई कुछ लाइन हमारे जिंदगी में कितनी मैंने रखती है. उसका अंदाजा तो आप लगा ही सकते है. अटल जी के द्वारा कही गई वो हर लाइन अगर हम अपने जिंदगी में अपना ले. तो हमें कामयाब इंसान बनने से कोई नहीं रोक सकता.
तो चलिए उनकी कुछ कबिताओं को पढ़ के उन्हें अपनी लाइफ में लेन की कोशिस करते है.
1. सच्चाई यही है की केवल ऊंचाई ही काफी नहीं होती. सबसे अलग थलग, परिवेश के पृथक, अपनों से कटा बंटा शून्या में अकेला खड़ा होना, पहाड़ की महानता नहीं मजबूरी है.उचाई और गहराई में आकाश पाताल की दूरी है, जो जितना ऊँचा है उतना ही एकाकी होता है.हर भार को स्वयं ढोता हूँ, चेहरे पर मुस्काने चिपका, मन ही मन रोता है. क्या हार में क्या जीत में किंचित नहीं भैभीत मैं. कर्तव्य पथ पर जो भी मिला यह भी सही वह भी सही.वरदान नहीं मागूंगा, हो कुछ भी पर हार नहीं मानूंगा.
2. जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था. रास्ता रोक कर वो खड़ी हो गई. यों लगा जिंदगी से बड़ी हो गई.मौत की उम्र क्या है दो पल भी नहीं, जिंदगी सिलसिला आज कल की नहीं. मैं जी भर के जिया, मैं मन से मरुँ, लौटकर आऊंगा, कूच के क्यों डरूं.तू दबे पांव, चोरी छुपे से न आ, सामने वार कर फिर मुझे आजमा. मौत से बेखबर, जिंदगी का सफ़र, शाम हर सुरमई, रात बंसी का स्वर.बात ऐसी नहीं है की कोई गम ही नहीं है, दर्द अपने पराए कुछ कम भी नहीं. प्यार इतना परायों से मुझको मिला, न अपनों से बाकी है कोई गिला. हर चुनोती से दो हाथ मैंने किये, आंधियो में जलाए हैं बुझते दिये. आ झकझोरती तेज तूफान है, नाव भवरों की बाँहों में मेहमान है.पार पाने का कायम मगर हौसला, देख तेवर तूफा का, तेवरी तन गई.
3. छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और छोटे मन से कोई खड़ा नहीं होता. और बाधाएँ आती है, आयें घिरें घोर घटायें. रहे चाहे पैर के निचे अंगारे, बरसें चाहें घोर घटायें. निज हाथो में हँसते हँसते आग लगा कर जलना होगा. कदम मिलकर चलना होगा.
मुर्ख नहीं महान झुकता है, धरती नहीं आसमान झुकता है. और हमारी नम्रता का गलत मतलब न निकले ये दुश्मन, ये मत समझ लेना की हिंदुस्तान झुकता है.
ये थी कुछ बाते जो अटल जी ने कही थी, वो हमारे बीच भले न रहें हो. पर उनकी ये बातें सदियों तक बोली जाएँगी. और हमारे जैसे लाखों लोगों की प्रेरित करती रहेंगी.
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धन्यवाद !
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